हर एक महीने में एकादशी दो होती है। और यदि किसी वर्ष अधिमास हो तो उस वर्ष 26 एकादशी होता है। कल विजया एकादशी है। आज हम जानेंगे विजया एकादशी के विधि और महत्त्व।
महाशिवरात्रि के पर्व में अब कुछ ही समय शेष है। शास्त्रों के अनुसार इस दिन ही भगवान शिव ने शिवलिंग के रूप में प्रकट हुए थे। आज हम जानेंगे राशि अनुसार किस चीजों से शिवलिंग का अभिषेक किया जाय, जिससे सभी मनोकामना की पूर्ति हो।
मंदिर एक ऐसी जगह जहाँ जाने से ही मन को शांति मिलती है। लेकिन आज के समय में कई ऐसे लोग है जो मंदिर किसी कारण से नहीं जा पाते हैं। आज हम जानेंगे किस प्रकार एक छोटे से काम के द्वारा हम मंदिर जाने जितना पूण्य की प्राप्ति कर सकते हैं और मन को शांति भी मिल सकती है।
कई बार हमने सुना है पुनर्जन्मों के बारे में। हमारे हिन्दू धर्म में पुनर्जन्म की मान्यता भी है। क्योंकि शास्त्रों के अनुसार मृत्यु के वक्त किसी भी व्यक्ति का सिर्फ शरीर नष्ट होता है, लेकिन आत्मा अमर होती है। तथा वो सिर्फ एक शरीर से दूसरी शरीर को परिवर्तन करती है। आज हम जानेंगे ज्योतिष के अनुसार बताये गए उन शोध को जिससे हम अपने कुंडली के द्वारा अपने पिछले जन्म के बारे में जान सकते है।
कल शुक्रवार है। शुक्र ग्रह यदि किसी के कुंडली में यदि अशुभ स्थिति में हो तो उस व्यक्ति को कई सारे परेशानियों जैसे वैवाहिक जीवन में परेशानी का सामना करना पड़ता है। इसलिए आज हम शुक्र ग्रह के दोषों को दूर करने और माँ लक्ष्मी को प्रसन्न करने के बारे में जानेंगे।
हमारे पास कई शास्त्र मौजूद है जो हमें हमारे पूर्व काल से लेके भविष्य काल तक के बारे में बताते हैं। न्यूमरोलॉजी यानि अंक ज्योतिष जिससे से भविष्य के बारे में कई सारी जानकारियां प्राप्त की जा सकती है। आज हम जानेंगे किस प्रकार अपने जन्म तारीख से अपने भाग्योदय के बारे में जान सकते है।
घड़ी हमारे जीवन का सबसे महत्वपूर्ण भाग है। यदि इससे जुड़ी वास्तु की जानकारी हमें हो तो ये हमारे बुरे समय को अच्छे में बदल सकता है। आज हम जानेंगे वास्तु के अनुसार किस दिशा में किन वास्तु बातों को ध्यान में रखकर घड़ी लगाना चाहिए।
शिव जिनकी कृपा मात्र से जीवन के सभी समस्याओं का नाश हो जाता है। महाशिवरात्रि जिसमे हम शिव की पुरे धूम-धाम से पूजा करते हैं। इस वर्ष महाशिवरात्रि 24 फरवरी को है। इस दिन किये गए सारे उपायों से हमारे दुर्भाग्य समाप्त हो जाते है क्योंकि शास्त्रों के अनुसार इस सृष्टि की रचना शिवजी के इच्छा अनुसार हुआ था।
वास्तु दोष किसी भी कारण से उत्पन्न हो जाता है। शास्त्रों में हमें हमेशा सभी दिशाओं को प्रणाम करने के लिए बताया गया है। आज हम इन्हीं दिशा मंत्रों के द्वारा अपने घर में उत्पन्न हुए वास्तु दोषों को किस प्रकार ख़त्म कर सके ये जानेंगे।
एक्वेरियम रखना हम सभी को अच्छा लगता है। कितने लोग अपने घरों और दुकानों में एक्वेरियम रखते हैं। लेकिन यदि उनके रखने का स्थान सही न हो तो उससे हमें ही मुसीबतों का सामना करना पड़ता है। आज हम जानेंगे कि किस स्थान पे एक्वेरियम रखना चाहिए और किस जगहों पे नहीं।
हमारे शास्त्रों में पूजा करने के कई सारे नियम और उनसे जुड़े मान्यताएं हैं। उन नियम और मान्यताओं में एक मान्यता है की स्त्री या कुंवारी कन्याएं हनुमान जी की पूजा नहीं कर सकती हैं। वे उनके मूर्ति को स्पर्श नहीं कर सकती। आज हम जानेंगे की स्त्री हनुमान जी की पूजा क्यों नहीं कर सकती।
शादी का समय चल रहा है और ये एक ऐसा मौका है जिसमे दो इंसानों के साथ-साथ दो परिवारों का भी जीवन पूरी तरह परिवर्तन होता है। इसलिए विवाह संबंधी सारी चीजों में हम कोई भी कार्य पुरे सावधानी और शुभ मुहूर्त को देखते हुए करते हैं। इसमें कई सारे रस्म मौजूद रहते हैं। इन्ही रस्मों में एक रस्म है वर वधु के गृह प्रवेश की। आज हम जानेंगे की क्यों गृह प्रवेश के समय कुमकुम के पैरों के चिन्ह बनाये जाते हैं।