प्रत्येक धर्म के अनुसार उनके कैलेंडर अलग होते हैं। हमारे राशियों का विभाजन अंग्रेजी कैलेंडर के १२ महीनों के आधार पर होता है। आज हम हिन्दू पंचांग अर्थात हिन्दू कैलेंडर के अनुसार जानेंगे जन्म माह के आधार पर अपने बारे में। अपने स्वाभाव के बारे में।
Month: June 2017
गुप्त नवरात्री चल रही है। शास्त्रों के अनुसार प्रत्येक वर्ष चार नवरात्री होती है। ये आषाढ़ माह की गुप्त नवरात्री है। अज्ज हम जानेंगे देवी भागवत के 11वें स्कन्द में बताये गए देवी माँ के विभिन्न चीजों से अभिषेक के बारे में और उनसे होने वाले मनोकामना पूर्ति के बारे में।
भले ही हम कितनी अच्छे से नींद क्यों न ले रहे हो, लेकिन यदि नींद अचानक से मध्य रात्रि में खुल जाये तो हम बहुत हैरान हो जाते हैं। जी हाँ ऐसे इस दुनिया में कुछ लोग हैं जिन्हें नींद बहुत अच्छी आती है। रात को बार-बार नींद खुलने को हम नजरअंदाज कर देते हैं और इसे सामान्य घटना मान लेते हैं। इसीलिए आज हम जानेंगे रात को नींद खुलने के पीछे का कारण।
स्कन्द अर्थात भगवान कार्तिकेय जिनकी पूजा दक्षिण भारत में की जाती है। इन्हें दक्षिण भारत में मुरुगन स्वामी के नाम से भी जाना जाता है। कल अर्थात 28 जून को स्कन्द षष्ठी है। षष्ठी तिथि भगवान कार्तिकेय को समर्पित है। इसलिए आज हम जानेंगे किस प्रकार स्कन्द षष्ठी की उपासना की जाती है।
हमारी भारतीय संस्कृति जितना हमारे भारत में प्रसिद्ध है, उतना ही ये पूरी दुनिया और खासतौर पे पूर्व एशिया के देश इंडोनेशिया में प्रसिद्ध है। इंडोनेशिया में हमारे हिन्दू परंपरा और मंदिर का खास महत्त्व है। इस स्थान पे कई भव्य और सुन्दर मंदिर इस बात को दर्शाते हैं। यहाँ बने देव-देवताओं के मंदिर इतने सुन्दर है की इसकी गणना दुनिया के सबसे सुन्दर मंदिरों में की जाती है। आज हम उन्हीं मंदिरों के बारे में जानेंगे की क्यों उन्हें सुन्दर और खास माना गया है।
वास्तु शास्त्र जिसमें एक भवन निर्माण से लेकर किसी वस्तु को किस स्थान पे रखना चाहिए ये बताया गया है। प्रेग्नेंट स्त्री की सेहत का खास रूप से ख्याल रखा जाता है। खासकर हमारे धर्म में कई सारे संस्कार भी है गर्भ को धारण करने से लेकर शिशु के जन्म तक। इसलिए आज हम इसी शास्त्र के अनुसार कुछ आसान वस्तु उपाय जानेंगे जो शिशु और उसके माँ की सेहत के लिए शुभ साबित होगा तथा शिशु गुणवान होगा।
२३ जून को शनि राशि परिवर्तित कर रहा है और २४ जून अर्थात शनिवार के दिन अमावस्या है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार ऐसा संयोग बहुत ही शुभ माना गया है। शनिवार की अमावस्या का महत्त्व बहुत अधिक है। जिसे शनिश्चरी अमावस्या के नाम से जाना जाता है। आज हम जानेंगे किन राशि को कौन से उपाय करना चाहिए इस शनिवार की अमावस्या के दिन।
२३ जून शुक्रवार के दिन शनि वक्री होकर वृश्चिक राशि में प्रवेश करने वाला है जो इस राशि में २५ अगस्त शुक्रवार तक वक्री रहेगा। इस समय के दौरान शनि २ महीनों तक टेढ़ी चाल से चलेगा। जिसके कारन कई राशियों पर शुभ तो कुछ राशियों पर अशुभ प्रभाव रहेंगे। आइये आज हम जाने किन राशियों पर शुभ और किन राशियों पर अशुभ प्रभाव रहेगा।
आयुर्वेद माना जाता है की इसकी शुरुआत ऋगवेद से चली आ रही है। हमारे वेदों में कई सारे औषधियों तथा जल, सूर्य, अग्नि, शल्य चिकित्सा इत्यादि का वर्णन किया गया है। इन सभी चिकित्साओं को पूरा करने के लिए कई सारे वैद्य भी थे जैसे: ब्रह्मा, आश्विन। आज हम कुछ ऐसे औषधियों के बारे में जानेंगे जो हमारे बुद्धि शक्ति को बढ़ाएगा।
हिन्दू पंचांग के अनुसार ये आषाढ़ मास का महीना है और इस महीने के कृष्ण में होने वाली एकादशी को योगिनी एकादशी के नाम से जाना जाता है। ये एकादशी २० जून को है अर्थात मंगलवार के दिन। इस बार एकादशी मंगलवार को होने के कारण इस दिन श्री हरी की उपासना के साथ-साथ यदि हनुमानजी के उपाय किये जाए तो सभी बढ़ाएं तुरंत ख़त्म होती है। ज्योतिषाचार्य के अनुसार यदि पुरानी परम्पराओं से श्री हनुमान जी की पूजा की जाये तो श्री हरी के साथ-साथ हनुमान जी भी खुश होते हैं। इसलिए आइये जानें उन उपायों के बारे में।
हमारे शास्त्रों और पुराणों के अनुसार सप्ताह का प्रत्येक दिन किसी न किसी खास भगवान को समर्पित है। और प्रत्येक भगवान का सम्बन्ध किसी खास रंग से माना जाता है। ऐसे में यदि प्रत्येक दिन के अनुसार उनसे सम्बंधित कोई एक खास वास्तु को घर में रखेंगें तो कई तरह के लाभ प्राप्त हो सकते हैं। यदि बार-बार कोशिश करने से सफलता न मिल रही हो और काम बिगड़ते जा रहे है तो आज हम जानेंगे वार के अनुसार कौन सी चीज घर में लाना शुभ है।
सूर्य ने आज राशि स्थान परिवर्तन किया है। आज से अर्थात 15 जून से लेकर 15 जुलाई तक सूर्य मिथुन राशि में रहेगा। इसके कई लाभ मिलेंगे, जैसे: प्रोमोशन हो सकता है, सैलरी बढ़ सकती है। आज हम जानेंगे सूर्य के राशि परिवर्तन से किन राशियों को फायदा होगा और किन्हें नुकसान।

