हमारे कुंडली में कई ऐसे ग्रह है जो हमारे जिंदगी को प्रभावित करते हैं। हमारे कुंडली में उपस्थित ग्रहों के कारण ही हमारी आदतें और व्यवहार होते हैं। हमारी छोटी-छोटी आदतें ही हमारे दुर्भाग्य का कारण बनती है। आज हम जानेंगे किस आदतें से जाने हमारे कुंडली में कौन सा ग्रह कमजोर हैं, जिससे हमें हानि हो रही है। और इनसे बचने के उपायों के बारे में जानेंगे।
Month: December 2016
राहु-केतु दोनों ही ग्रह अगर हमारे कुंडली में हो तो हमेशा हमें परेशनियां ही रहती है। जब भी हमारे कुंडली में उपस्थित सभी ग्रह राहु और केतु के मध्य में आते हैं तो कालसर्प दोष उत्पन्न होता है। इसी दोष के कारण किसी भी कार्य में हमें सफलता नहीं मिलती है। आज हम जानेंगे की किस तरह राहु और केतु के प्रभाव से बचें। Continue reading →
सभी घरों में प्रतिदिन भगवान की पूजा होती है। लोग पूजा के दौरान अपनी श्रद्धा और भक्ति से भगवान की मूर्तियों को अच्छे से सजाते हैं। उन्हें नए कपडे पहनते हैं और प्रसाद के तौर पे या तो मिठाई, फल, या घर में बनी कुछ मीठी चीजें अर्पण करते है। लेकिन हमेशा पूजा के दौरान कुछ ऐसी छोटी-छोटी गलतियां होती है जिसे हम समझ नहीं पाते हैं और हम सोचते हैं हम इतनी पूजा करते हैं लेकिन कोई भी काम नहीं बनता, भगवान हमसे रुष्ट हैं। आज हम जानेंगे की कौन सी ऐसी गलतियां हैं जिससे हमें हमारे पूजा करने का फल नहीं मिलता। हमारे घर में आर्थिक परेशानी रहती है। Continue reading →
कापालिक जिन्हें शास्त्रों में एक तांत्रिक शैव संप्रदाय के रूप में माना जाता है। कापालिकों का जीवन बहुत ही अलग तरह का होता है। ये लोग मानव की खोपड़ीयों(जिन्हें कपाल कहा जाता है) से अपनी साधना करते है, इस कारण इन्हें शास्त्रों अनुसार कापालिक कहा जाता है। आज हम इन्हीं से सम्बंधित चीजों के बारे में जानेंगे। Continue reading →
हमारे शास्त्रों में अलग-अलग समय में अलग-अलग कामों को करने से मना किया गया है। आज हम जानेंगे की किस काम को हमें शाम के वक्त नही करने चाहिए। क्योंकि इससे घर में सुख-समृद्धि का वास नहीं रहता है। ईश्वर की कृपा नहीं मिलती और कड़ी मेहनत के बाद भी हमें सिर्फ हार का सामना करना पड़ता है। Continue reading →
नए साल आने में सिर्फ कुछ दिन और बाकि हैं और हम सभी चाहते है की हम सबका आने वाला नया साल अच्छा हो, आर्थिक और शारीरिक तौर पे। इस साल की अन्त्तिम आमावस्या २८ और २९ दिसंबर को है। आज हम जानेंगे की इस अमावस्या क्या उपाय करें की हमारे आने वाले नए साल 2017 सबसे लाभकारी हो। Continue reading →
हम अपने चारों ओर कई तरह के पेड़-पौधे लगाते हैं जो हमारे घर की सुंदरता को बढ़ाते हैं और हमें स्वच्छ वायु प्रदान करते हैं। पेड़-पौधे को घर में लगाना हमारे हिन्दू संस्कृति में बहुत ही शुभ माना गया है। लेकिन उन्हें लगाने की कुछ प्रक्रिया है जैसे उन्हें किस दिशा और किस जगह में लगाया जाय ताकि हमें ये अशुभ फल न प्रदान करें। इसलिए आज हम बताएँगे की हमारे शास्त्रों में किन-किन पौधे को किस-किस दिशा में लगाना चाहिए, ताकि हमें आर्थिक समस्या का सामना न करना पड़े। Continue reading →
हमने हमेशा लोगों को रुद्राक्ष, तुलसी जैसे दिव्य औषधि की माला पहनते हुए और उनसे मन्त्रों का जप करते हुए देखा है। हमें सिर्फ इतना पता है की हम सिर्फ इन माला का प्रयोग सिर्फ जप को करने के लिए करते हैं। लेकिन इससे पहनने से या धारण कर के रखने से हमें बहुत से फायदे होते हैं। आज हम इसे पहनने के वैज्ञानिक और धार्मिक कारण जानेंगे। Continue reading →
हमारे शास्त्रों में कई ऐसे रीती-रिवाज है जो हमें करते हैं, लेकिन इसके पीछे क्या कारण हैं ये हम नहीं जानते। इसलिए आज हम ऐसे कुछ रिवाजों के बारे में जानेंगे और ये जानेंगे की इसके करने के क्या कारण है: Continue reading →
सभी मनुष्य चाहता है की उसकी सुबह सबसे अच्छी हो क्योंकि हर एक के जीवन में कुछ न कुछ परेशानियां तो रहती है। आज हम जानेंगे की किस प्रकार हम अपने सुबह को सबसे शानदार बनाये और सारी समस्याओं से मुक्ति पाएं। इन उपायों के द्वारा न हमारा दिन अच्छा जायेगा बल्कि हमारे ऊपर भगवन की कृपा भी बनी रहेगी और सारी परेशानियों आसानी से ख़त्म हो जाएगी। Continue reading →
भविष्य पुराण के अनुसार हर एक जीव चाहे वो मनुष्य हो या कोई पशु उन्हें अपने शरीर, मन व बातों के द्वारा किये गए पापों को भोगना पड़ता है। और ऐसे लोगों को नर्क में इस पाप की सजा भी मिलती है। आज हम जानेंगे की किन पापों के द्वारा हमें नर्क में बहुत कष्ट का सामना करना पड़ता है।
कुमकुम या चन्दन, मान्यताओं के अनुसार हमेशा अपने माथे पे दोनों भौं के बीच लगाना चाहिए क्योंकि इसे लगाना हमारे शास्त्रों में शुभ माना जाता है। इसलिए पूजा के दौरान हमेशा मस्तिष्क पे कुमकुम का तिलक लगाया जाता है। और हमारे संस्कृति और शास्त्र में सुहागन औरत कुमकुम के सिंगार के बिना अधूरी मानी जाती है। इसलिए आज हम कुमकुम को लगाने के वैज्ञानिक और धार्मिक कारण के बारे में जानेंगे।

