गुरुवार को देव गुरु बृहस्पति की विशेष पूजा की जाती है। गुरु भाग्य और धर्म का कारक ग्रह माना गया है। कुंडली में गुरु की स्थिति का असर वैवाहिक जीवन पर भी होता है। गुरु यदि शुभ स्थिति में हो तो भाग्य का साथ मिलता है और पति-पत्नी के बीच प्रेम बना रहता है। कुंडली में गुरु से संबंधित कोई दोष हो तो कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है। गुरु ग्रह से शुभ फल पाने के लिए गुरुवार को कौन-कौन से उपाय करना चाहिए … Continue reading


हिन्दू धर्म में वास्तु और पूजा विधियों का काफी महत्व है। कोई भी शुभ कार्य करने से पहले हमेशा शुभ मुहूर्त देखा जाता है। ज्योतिषियों के अनुसार सुखी और खुशहाल जीवन के लिए जरूरी है कि हर काम की शुरुआत शुभ मुहूर्त में की जाए। इसी तरह यदि शुभ मुहूर्त में नए घर में प्रवेश किया जाए तो वह पूरे परिवार को सुख व कल्याण देने वाला साबित होता है।   नया घर बनाने के बाद उसमें प्रवेश करने से पहले जो पूजा की जाती है, उसे ही गृह-प्रवेश पूजा कहा जाता है। इंसान अपना घर बड़ी मेहनत और उम्मीदों से बनाता है। नए घर में दिक्कतों और परेशानियों का सामना न करना पड़े इसलिए ही वास्तु शास्त्र और वेदों में गृह-प्रवेश की पूजा तो जरूरी बताया गया है।… Continue reading


अगर आपकी किस्मत आपका साथ नहीं दे रही तो निराश होने की जरूरत नहीं है | कपूर आपके जीवन की समस्याओं को दूर कर सकता है | धन समस्या, वास्तुदोष, बीमारियों सभी से कपूर आपको बचा सकता है | आइये जानते है कैसे… Continue reading


संकेत ऐसे भी होते हैं, जो हमें धन लाभ होने के बारे में पहले से ही बता देते हैं। आवश्यकता है बस उन संकेतों को समझने की, हिंदू धर्म में संकेतों की मान्यता भी प्रचलित है। ये संकेत भविष्य में होने वाली घटनाओं के बारे में हमें पहले ही सूचित कर देते हैं। इन संकेतों का माध्यम सपने हो सकते हैं या किसी पशु, पक्षी की कोई खास हरकत भी। कुछ संकेत ऐसे भी होते हैं, जो हमें धन लाभ होने के बारे में पहले से ही बता देते हैं। आवश्यकता है बस उन संकेतों को समझने की। हम आपको बता रहे हैं कुछ ऐसे ही संकेतों के बारे में जो लक्ष्मी (धन) आगमन के बारे में हमें पहले से ही सूचित कर देते हैं। ये हैं वो संकेत… Continue reading


हर मनुष्य की कई कामनाएं होती हैं। अपनी इच्छाओं को पूरा करने के लिए कर्मों के साथ-साथ देवी-देवताओं की पूजा-अर्चना भी की जाती है। मनुष्य अपने हर दुःख में, हर परेशानी में भगवान को याद अवश्य करता है, परन्तु कम ही लोग यह बात जानते हैं कि किस मनोकामना को पूरा करने के लिए किस देवी-देवता की उपासना की जानी चाहिए।श्रीमदभागवतमहापुराण  में बताया गया है की कौन से देवी-देवताओं के पूजन से मिलते है फल, इसका  विस्तृत वर्णन दिया गया है। आइये जानते है इसके बारे में… Continue reading


आज कल देश में नोटबंदी के कारण धन का संकट फिलहाल कुछ समय के लिए बना हुआ है, ऐसे में हमेशा के लिए यह उपाय काफी कारगर सिद्ध हो सकते हैं। और ये उपाय आप किसी विद्वान पंडित की सलाह से करें, आइये आगे जानते है इसके बारे में… Continue reading


आज हम  शिवतांडव के रहस्य के बारें में जानेगे | शिवतांडव  भगवान शिव की आराधना व उपासना के लिए रचे गए सभी अन्‍य स्‍तोत्रों में महत्वपूर्ण है जो  रावण द्वारा रचित किया गया था,इसलिए शिवतांडव स्तोत्र भगवान शिव को अत्‍यधिक प्रिय है | हिन्‍दु धर्म  कहा गया है कि शिवतांडव स्तोत्र द्वारा भगवान शिव की स्तुति करने से… Continue reading


व्यक्ति परेशान हो जाते है कि मांगलिक दोष की वजह से कन्या अथवा पुत्र के विवाह मे बाधा आती है | इससे घबराना नही चाहिए और किसी ज्योतिष से संपर्क करके इसके उपाय निकाल सकते है … Continue reading


शास्त्रों में मनुष्य के ऐसे ७ गुण बताए गए हैं, जो सबसे खास होते हैं। जिस भी मनुष्य में ये गुण होते हैं, उसका जीवन पूर्ण माना जाता है और ऐसा व्यक्ति जीवन में अच्छे जीवनसाथी से लेकर सच्चे दोस्त तक हर रिश्ता पाता है। जानिए कौन से वे ७ गुण… Continue reading


ज्योतिष के अनुसार, पर्स में यदि कुछ खास चीजें रखी जाएं तो इससे न सिर्फ बरकत बढ़ती है साथ ही शुभ फल भी प्राप्त होते हैं। और यदि पर्स में कुछ ऐसी चीजें रखी जाएं जिससे नेगेटिव एनर्जी आती है तो इससे नुकसान भी उठाना पड़ सकता है। आइये जानते है की अपने पर्स में क्या रखना चाहियें और क्या नही रखना चाहिए… Continue reading


सोमवार, 14 नवंबर 2016 को कार्तिक मास की पूर्णिमा तिथि है। शास्त्रों के अनुसार इस तिथि को देवताओं की देव दिपावली भी कहा गया है। इसी वजह से इसका काफी अधिक महत्व है। यहां जानिए पूर्णिमा तिथि पर कौन-कौन से खास काम किए जा सकते हैं… Continue reading


भगवान शिव के मंदिर दुनियाभर में मौजूद है। जिनमें से कई मंदिरों का निर्माण कुछ वर्षों पहले मनुष्यों के द्वारा किया गया है और कई मंदिर अनादि काल से स्थित है। भगवान शिव का ऐसा ही एक मंदिर है पाकिस्तान स्थित कटसराज मंदिर।
कटसराज मंदिर पाकिस्तान के चकवाल गांव से लगभग 40 कि.मी. की दूरी पर कटस नामक स्थान में एक पहाड़ी पर है। कहा जाता है कि यह मंदिर महाभारत काल (त्रेतायुग) में भी था। इस मंदिर से जुड़ी पांडवों की कई कथाएं प्रसिद्ध हैं | ये जानते है
इस कुंड के बारे में… Continue reading