हमने अपने पूर्वजों से सुना है की मनुष्य का नेचर कभी नहीं बदलता। उसकी प्रकृति उसके बारे में सबकुछ हमें बता देती है। लेकिन आज हम जानेंगे की किस प्रकार किसी के सिग्नेचर अर्थात हस्ताक्षर से उसके नेचर के बारे में जान सकते हैं।
सुन्दरकाण्ड तुलसीदास द्वारा रचित श्री रामचरित्र मानस के सात काण्ड(अध्याय) में सबसे महत्वपूर्ण अध्याय है। माना जाता है की मनुष्य के जीवन में किसी भी प्रकार की परेशानी क्यों न हो, यदि उस समय सुन्दरकाण्ड का पाठ किया जाए तो सारी परेशानियों का नाश होता है।आइये आज हम सुन्दरकाण्ड पाठ के बारे में जानते हैं।
वास्तु शास्त्र के अनुसार कई सारे ऐसे उपाय हैं जिनका उपयोग हम करें तो किसी भी वास्तु के दोष का असर हमारे ऊपर नहीं पड़ेगा। वास्तु शास्त्र हमें यह बताता है की घर या व्यवसाय इन जगहों पे किस चीजों को रखना हमारे घर और व्यवसाय के लिए उत्तम होगा। इसलिए आज हम घर और ऑफिस से सम्बंधित वास्तु दोषों के बारे में जानेंगे।
हमारे शास्त्रों में जितना ज्योतिष शास्त्र का महत्त्व है, उतना ही वास्तु शास्त्र का महत्त्व है। इसका प्रयोग हम जब किसी घर का निर्माण कर रहे होते हैं तब जरुरत पड़ती है। वास्तु के अनुसार घर का निर्माण करने से किसी भी प्रकार की नकारात्मक ऊर्जा घर में प्रवेश नहीं कर पाती है। आज हम कर्ज से छुटकारा और घर में सुख-शांति बनायें रखने के लिए वास्तु उपायों के बारे में जानेंगे।
कल अक्षय तृतीया है। शास्त्रों के अनुसार कहा जाता है की यदि इस दिन किये गए कोई दान, पूजा का लाभ सबसे ज्यादा मिलता है। ज्योतिष शास्त्रों के अनुसार आइये आज हम जानें किन राशि वालों को किस उपाय का पालन करना चाहिए।
अक्षय तृतीया एक ऐसा दिन जिसमे यदि आप कोई भी नए व्यापर की शुरुआत या गृह प्रवेश कर रहे है तो तो वो अच्छा होता है। इस दिन यदि माँ लक्ष्मी की पूजा की जाए तो वो अवश्य प्रसन्न होती हैं। इस वर्ष अक्षय तृतीया 28 अप्रैल शुक्रवार को है। इस दिन को साल में होने वाले 4 अबूझ मुहूर्त में से एक माना जाता है। आइये आज हम अक्षय तृतीया के दिन किस प्रकार माँ लक्ष्मी की आराधना करें जानें।
कालसर्प दोष एक ऐसा योग जो कुछ ग्रहीय योग के बनने से होता है। जब जातक की कुंडली में उपस्थित ग्रह राहु और केतु ग्रह के बीच आ जाते हैं तब वो कितना भी प्रभावशाली क्यों न हो वो प्रभावहीन हो जाते हैं। इसलिए आज हम जानेंगे की किस जगह पे कालसर्प दोष का निवारण किया जाता है।
ज्योतिष शास्त्र जिसके पास हर के समस्या के लिए अलग-अलग उपाय है। कुछ उपाय दान-पुण्य से सम्बंधित है तो कुछ मन्त्रों के उच्चारण से। कुछ लोग भले ही इसे अंधविश्वास मने लेकिन यह भी वास्तव में विज्ञान का रूप है। आज हम बेशकीमती रत्नों को धारण करने और इससे किस प्रकार हम अपने समस्या का समाधान कर सकते हैं ये जानेंगे।
एकादशी जिसमें हम श्री हरी की पूजा करते हैं। हमारे हिन्दू शास्त्रों में प्रत्येक एकादशी को विशेष महत्त्व दिया गया है। २२ अप्रैल शनिवार को वरुथिनी एकादशी है जिसे वरुथिनी ग्यारस के नाम से जाना जाता है। आज हम वरुथिनी एकादशी के बारे में जानेंगे।
माँ बगलामुखी जिनको सामान्यतः शत्रुओं का नाश करने वाली और उनकी गति, मति, एवं बुद्धि को स्तम्भन करने वाली मानी जाता है। आइये हम माँ बगलामुखी के बारे में जानते हैं।
हमारे धर्म शास्त्र में ऐसे कई बातों का वर्णन किया गया है जिसका प्रयोग यदि हम प्रत्येक दिन की शुरुआत करने में करें तो हमारा पूरा दिन अच्छा रहता है। प्रातः काल उठना और प्रत्येक दिन प्रातः काल स्नान करना ये तो हम सब जानते हैं। लेकिन आइये आज हम इसके आलावा और किन उपायों के द्वारा अपने दिन अच्छा कर सकते हैं इसके बारे में जानेंगे।
हमारे शास्त्र के अनुसार विवाह एक ऐसा बंधन है जिसमें बंधे लोगों का साथ सात जन्मों तक रहता है। शास्त्र अनुसार शादी विवाह में लिए गए सात फेरे इस बात को दर्शाता है। लेकिन आज हम ऐसे मंदिर के बारे में जानेंगे जहाँ शादी होने के बाद कभी भी कोई रिश्ते में दरार नहीं आता।