१५ अक्टूबर यानि आज आश्विन मास की पूर्णिमा है, जिसे शरद पूर्णिमा भी कहते है | शनिवार और पूर्णिमा के योग में यहाँ बताये जा रहे उपाय करेंगे तो देवी-देवताओं की कृपा से बुरा वक्त दूर हो सकता है | शरद पूर्णिमा की रात चंद्र अपनी पूर्ण सोलह कलाओं के साथ दिखाई देगा | तो आइये जानते है इसके बारे में.. Continue reading


समाज में परिवार के साथ रहने के लिए सभी लोगों को कठिन परिश्रमों का सामना करना होता है | सभी लोग किसी न किसी तरह से अपनी जिंदगी  जी तो लेते है पर उन्हें सुखी, सफल और शांति से जीना मुश्किल हो जाता है | अगर जिंदगी में सुखी,समृद्धि और शांति चाहते है तो  इन बातों को ध्यान रखे जिससे आपकी जिंदगी में खुशी और शांति आ जाये | तो आइये जानते है कुछ ऐसे बातों को जिसे आप ध्यान में रखकर किसी भी मुश्किल समय में सुखी से रह सकते है… Continue reading


मंगलवार,११ अक्टूबर को दशहरा यानि विजय दशमी है और इस दिन बुराई के प्रतीक रावण के पुतले जलाये जायेगे |आइये जानते है रावण के उन ८ बातों के जो स्त्रियों से जुडी है… Continue reading


नवरात्र त्योहार शुरू हो चूका है  | इस त्योहार में मुख्य रूप से देवी भगवती को उपासना की जाती है | देवी भगवती ने अशुरों का वध करने के लिए कई अवतार लिए | महादुर्गा का अवतार लेजर सबसे पहले महिषासुर का वध किया था | दुर्गा सप्तशती में देवी के अवतार का उल्लेख मिलता है आइये जानते है …. Continue reading


नवरात्र प्रारम्भ हो चुकी है और इसका समापन १० अक्टूबर, सोमवार को होगा | हर दिन देवी के अलग अलग रूपों में पूजा की जाती है | इन ९ दिनों में आपकी जो भी अधूरी इच्छा है है वो पूरी हो सकती है वो कैसे आइये जानते है … Continue reading


नवरात्री में प्रतिदिन करें अलग अलग चीजो का उपाय जिससे आपकी गरीबी हो जाएगी दूर | विशेष टूर पे कन्याओ की विशेष प्रकार की पूजा की जाती है जिससे गरीबी से छुटकारा मिल जाता है | आइये जानते है इनके बारें में … Continue reading


नवरात्री का त्योहार हिन्दू धर्म में साल में दो बार आता है | नवरात्री का अर्थ है, नौ रातें | एक शरद माह के नवरात्रि और दूसरी बसंत माह की नवरात्रि | इस पर्व के दौरान तीन प्रमुख देवियाँ-पार्वती, लक्ष्मी,और सरस्वती के नौ स्वरूपों श्री शैलपुत्री, श्री ब्रह्मचारिणी, श्री चंद्रघंटा, श्री कुष्मांडा, श्री स्कन्दमाता, श्री कात्यायनी. श्री महागौरी, श्री सिद्धिदात्री, का पूजन विधि विधान से किया जाता है, जिन्हें नवदुर्गा कहते है | Continue reading