रावण ने बताया था स्त्रियों से जुडी ये ८ बातें

मंगलवार,११ अक्टूबर को दशहरा यानि विजय दशमी है और इस दिन बुराई के प्रतीक रावण के पुतले जलाये जायेगे |आइये जानते है रावण के उन ८ बातों के जो स्त्रियों से जुडी है…

रावण की कई बुराइयों में से एक बुराई यह भी था की वह सुन्दर स्त्रियों से तुरंत मोहित हो जाता था | सीता की सुंदरता देखकर ही रावण ने उन्हें अपहरण किया था | सीता हरण के बाद जब प्रभु श्री राम ने वानर सहित समुद्र पर करके लंका पहुच गए तब मंदोदरी बहुत डर गई और रावण को समझाने लगी की युद्ध न करे और श्री राम से क्षमा माँग ले और सीता को लौट दे |

रावण ने इस बात पे मंदोदरी का मजाक बनाया और कहा की-

नारि सुभाउ सत्य कब कहहि | अवगुन आठ सदा उर रहहि |

साहस अनृत चपलता माया | भय अबिबेक असौच अड़ाया |

इस दोहे में रावण ने मंदोदरी को आठ ऐसी बाते बताई जो बहुत सी स्त्रियों में होती है | रावण के अनुसार ये ८ बातें स्त्रियों की बुराई है आइये जानते है उन ८ बातों को जो इस प्रकार है-

१. पहली बात है बहुत ज्यादा साहस– रावण कहता है की स्त्रियां यह समझ नही पाती है की साहस का कब और कैसे सही  उपयोग करना चाहिए | साहस जब हद से अधिक होता है तो वह दुःसाहस बन जाता है और यह नुकसानदायक है |

२. दूसरी बात है झूठ बोलना-रावण कहता है की स्त्रियां बात-बात पे जुठ बोलती है | इस आदत के कारण अक्सर परेशानियां का भी सामना करना पड़ता है | कभी भी झूठ अधिक समय तक छिप नही सकता है, सच एक दिन सामने आ ही जाता है |

३. तीसरी बात है चंचलता– स्त्रियों का मन पुरुषों की तुलना में अधिक चंचल होता है | इसी वजह से वे किसी एक बात पर लंबे समय तक टिक नही सकती है | पल-पल में स्त्रियों के विचार बदलते है और इसी वजह से वे अधिकांश परिस्थितियों में सही निर्णय नही ले पाती है |

४.चौथी बात है माया करना- स्त्रियां निजी स्वार्थ के लिए भी माया रचती है | किसी से अपना जो  काम करवाने के लिए तरह-तरह के प्रलोभन देती है, रूठती है, मनाती है | यह सब माया है जो पुरुष इस जाल में फंस जाता है तो वह स्त्रियों के वश में आ जाता है |

५. पांचवी बात है अनावश्यक डरना– जब श्री राम लंका तक पहुँच गए तब मंदोदरी बहुत डर गई थी  | तब रावण कहता है की स्त्रियां अनावश्यक  रूप से बहुत डर जाती है | स्त्रियां बाहरी तौर पर साहस दिखाती है, लेकिन इनके मन में भय रहता है |

६. छठी बात है विवेक का अभाव– रावण कहता है की कुछ परिस्थितियों में स्त्रियां अविवेकी स्वभाव के कारण मूर्खता पूर्ण काम कर देती है | अधिक साहस होने के वजह से और खुद को श्रेष्ठ साबित करने के लिए ऐसे काम हो जाते है, जो की भविष्य में मूर्खता सिद्ध होते है |

७. सातवीं बात– रावण के अनुसार सातवीं बात है की निर्दयता यानि स्त्रियां यदि निर्दय हो जाये तो कभी भी दया नही दिखाती है |

८. आठवीं बात– रावण के अनुसार आठवीं बात यह है की स्त्रियां में पवित्रता यानि साफ़-सफाई का अभाव होता है |

 

 

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