किस प्रकार मिले साल के बारह महीनों के नाम, जाने इनके पीछे छुपे आश्चर्यजनक वजह

2017 की शुरुआत हो चुकी है। इस शुरुआत में सभी के ऊपर नए साल के पार्टी का खुमार छाया हुआ है। हर एक नया साल १२ महीनों के ख़त्म होने पे ही आता है। और जब हम बच्चे थे तो हमें हमेशा ये १२ महीने याद कराया जाता था। लेकिन हमने ये कभी नहीं सोचा की आखिर ये १२ महीनों के नाम आये कहाँ से। आज हम जानेंगे की किस प्रकार और कहाँ से ये बारह नाम की उत्पत्ति हुई और इनका मतलब क्या है।

 

अगर शास्त्रों पे जा के देखे तो उस समय कोई जनवरी, फरवरी जैसे महीने के नाम नहीं थे। उस समय सिर्फ कार्तिक, माघ जैसे नाम होते थे।

  • आज के समय का कलेंडर ईसा पूर्व 8वीं सदी में बने रोमन और ग्रीक के आधार पे निर्मित है।
  • अगर हम लेटिन कलेंडर के बारे में बात करें तो उसके अनुसार सबसे पहले सिर्फ १० महीने होते थे और नए साल के शुरुआत जनवरी से नहीं, मार्च से होती थी।
  • शुरू के दो महीने ईसा पूर्व सदी में जोड़े गए।

 

१) जनवरी

इस महीने का नाम ग्रीक के देवता “जेनस” के नाम पे रखा गया। जनुअरी शब्द जेनस से बना जिसे हम हिंदी में जनवरी कहा जाता है। जेनस के दो चेहरा था, ऐसा माना जाता है। पहला चेहरा आगे की ओर तथा दूसरा चेहरा पीछे की ओर देखता रहता है। इसलिए जनुअरी को पहले महीने के तौर पे मनाया जाता है क्योंकि सामान रूप से जनवरी से एक महीने एक साल पहले ओर दूर महीना साल के बाद आता है।

२) फरवरी:

इस महीने का नाम ग्रीक में एक त्यौहार मनाया जाता है, जिसे “फेब्रुआलिया“ कहा जाता है। इस त्यौहार में ग्रीक समुदाय के लोग अपने पापों के प्रायश्चित के लिए देवताओं को प्रसाद चढ़ाते थे।

३) मार्च

इस महीने का नाम रोमन के युद्ध देवता “मार्स” के नाम पे रखा गया। रोमन में साल की शुरुआत इस महीने से होती है।

४) अप्रैल

ये महीना एस्पेरायर शब्द से उत्पन्न हुआ जिसका अर्थ होता है  कलियों का खिलना। इस महीने कलियाँ खिलकर फूल बनती थी पुराने रोम में, इसी वजह से इसे “एप्रिलिस” रखा गया। लेकिन बाद में इसे अप्रैल का नाम दिया गया।

५) मई

इस महीने का नाम पौधे की उत्पत्ति की देवी “मायया” के नाम पे रखा गया।

६) जून

इस महीने के नाम की उत्पत्ति रोम के सबसे बड़े देवता जियस की पत्नी “जूनो” के नाम से हुआ।

७) जुलाई

ये शब्द रोमन सीनेट के द्वारा “जूलियस सीजर” के सम्मान में रखा गया। इसके पीछे कारण ये था की इस महीने ही उनका जन्म ओर मृत्यु दोनों हुआ। इसी कारण से इस महीने का नाम जुलाई किया गया।

८) अगस्त

इस महीने का नाम जूलियस सीजर के भतीजे “आगस्टन सीजर” के नाम पे रखा गया।

९) सितंबर

इस महीने का नाम सात नम्बर के लेटिन शब्द “सेप्टम” पे रखा गया। रोम देश में सितंबर को सैप्टेंम्बर कहा जाता था।

१०) अक्टूबर

अक्टूबर नाम लेटिन शब्द “आक्ट” के नाम पे रखा गया , जिसका अर्थ होता है आठ।

११) नवम्बर

नवम्बर महीने का नाम लेटिन के शब्द “नोवेम्बर” पे रखा गया, जिसका अर्थ होता है नौ।

१२) दिसंबर

इस महीने का नाम पुनः लेटिन के शब्द “डेसेम” के नाम पे रखा गया, जिसका तात्पर्य होता है दस।