घर में सब कुछ होने के बाद भी आपकी कंगाली का कारण बन सकती है ये बातें

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कई लोग होते है जिनके पास धन और संपत्ति की कोई कमी नहीं होती है एवं वो धर्म ग्रंथो एवं लक्ष्मि जी के पूजा को दकियानूसी एवं पुरानी बातें मानते है| ऐसे लोग लक्ष्मि जी के प्रकोप से ज्यादा दिन तक बच कर नहीं रह सकते है| जैसे की लक्ष्मि जी अपने भक्तो को धनवान बनाती है वैसे ही उनकी पूजा एवं धार्मिक कार्यो को दकियानूसी मानाने वालो को कंगाल भी बना देती है| कहा जाता है की लक्ष्मि माता एवं अन्य देवता जिस से भी एक बार रूठ जाते है वो अत्यधिक परिश्रम के बाद भी लक्ष्मि से वंचित रहता है एवं जो धन पहले से होता है उसका भी नाश हो जाता है|

हिंदू धर्म के ग्रंथों में बहुत सारी ऐसी परंपराओं के बारे में बताया गया है जिनका अनुसरण करने से मां लक्ष्मी खुश होती हैं और अपनी कृपा बरसाती हैं। यह भी माना जाता है जो इन्हें पुरानी या दकियानुसी सोच मानकर इनका पालन नहीं करते तो ऐसे लोगों के घर कभी खुशहाल और समृद्ध नहीं हो पाते वहां जितना भी धन आ जाए फिर भी गरीबी अपने पैर पसारे रखती है।

 

शास्त्रो में कहा गया है की अगर आप इन ६ रिवाजो को आप भी मानते है दकियानूसी तो ध्यान रखे इन्हें न मानाने वालो से नाराज हो सकती है लक्ष्मि जी|

  1. दान
    हिन्दू शास्त्र ही नहीं बल्कि लगभग सभी धर्मो में दान को सबसे पुण्यकारी कार्य माना जाता है यही नहीं व्यावहारिक जीवन में भी वस्तुओ के दान को अच्छा माना गया है| हमारे धर्म ग्रंथो में कहा गया है, जो भी इंसान हर महीने अपनी आय का १० प्रतिशत हिस्सा दान करता है| उसके घर में कभी भी दरिद्रता और बीमारी नहीं आती|
  2. धूप-अगरबत्ती
    लगभग सभी धर्मो में धूप अगरबत्ती को महत्तव दिया गया है| हमारे पूजा घर में धूप, अगरबत्ती व कपूर रखने व इनका उपयोग करने की परम्परा इसलिए बनाई गई है क्योंकि खुशबु से घर की नकारात्मकता ख़त्म होती है व घर से दरिद्रता भी दूर ही रहती है|
  3. जूठन न रखना
    स्वच्छ भारत अभियान के बाद से तो हर को सफाई रखना चाहता है| वास्तु एवं व्यवहारिक जीवन में भी घर में जूठन न रखने को कहा गया है| हमारे धर्म में भी जूठा न डालने की और अन्नदान करने की परंपरा भी इसीलिए बनाई गई है, क्योंकि इससे मां लक्ष्मि प्रसन्न होती है और घर में कभी गरीबी नहीं आती है|
  4. साफ़ रहे
    जो लोग रोज नहाते नहीं है खुद को साफ़ नहीं रखते है उनके पास तो लोग भी नहीं भटकते लक्ष्मि का उनके घर में रहना तो संभव ही नहीं है| रोज नहाने व शरीर को साफ़ रखने की परंपरा भी इसीलिए बनाई गई, क्योंकि जो लोग शरीर की सफाई का ध्यान नई रखते या जिनके पास से बदबू आती है उनके घर में लक्ष्मि कभी नहीं आती|
  5. गाय को रोटी
    हिन्दू धर्म में गाय का बहुत महत्त्व है एवं उसे मां का दर्ज दिया गया है इसीलिए हमारे धर्म ग्रंथो में कहा गया है, गाय दिव्यता और सकारात्मकता का प्रतीक है| यही कारण है की घर में बनाई जाने वाली पहली रोटी गाय को देने की परंपरा बनाई गई| इससे घर में लक्ष्मि का निवास हमेशा रहता है|
  6. घर में सफाई रखे
    आज के समय में घर ही नहीं बाहर जगत को भी साफ़ सुथरा रखने को कहा जा रहा है क्योंकि साफ़ जगहों पर ही अच्छे लोगो का निवास होता है| हमारे धर्म ग्रंथो में कहा गया है, घर को हमेशा साफ़-सुथरा रखना चाहिए| जिस घर में गन्दगी नहीं होती है वहां लक्ष्मि जी का स्थाई निवास होता है|

अगर आप ये ६ नियमो का पालन करते है तो लक्ष्मि जी हमेशा के लिए आपके घर में स्थाई निवास बना लेगी परंतु अगर आप इन बातों को दकियानूसी मान के ये नहीं करते है तो आपके घर में जो लक्ष्मि है वो भी भाग जाएगी|

अगर आप लक्ष्मि जी को कैसे आपके घर में बुलाये कैसे उनकी पूजा करे ताकि वो आप पर प्रसन्न हो इस सब की जानकारी चाहते है तो संपर्क करे हमारे विशेषज्ञ पंडित जी से कॉल करे (call us) +91 9009444403 या हमे व्हाट्सएप्प (whatsapp) पर सन्देश (message) भेजे एवं जानकारी प्राप्त करे|