जानिए किन लोगो का वैवाहिक जीवन नहीं रह पाता है सुखी

Vaivahik-Jivan

कहा जाता है की शादी का रिश्ता 7 जन्मो का होता है| ७ जन्म न सही हमे हमारी पूरी जिंदगी साथ गुजारनी होती है और जब हम किसी को अपना जीवनसाथी बनाते है तो सिर्फ हमारा रिश्ता नहीं होता हमारा पूरा परिवार एक रिश्ते में बंध जाता है और अगर ये रिश्ता सही से नहीं चलता है तो परेशानियां हमारे सारे परिवार को उठानी पड़ती है|

 

इसलिए कहा जाता है की जीवनसाथी का चुनाव करते समय बहुत सारी सावधानिया रखनी चाहिए एवं बहुत सोच समझ कर ही जीवन साथी चुनना चाहिए| आइये हुम आज आपको बताते है कुछ ऐसी बाटे जिनसे आपको पता चल जायेगा की आपका जीवनसाथी के साथ कैसा रिश्ता रहने वाला है| पति-पत्नी के बीच प्रेम होग या वाद-विवाद, इस बात की जानकारी कुंडली से मिल सकती है। कुंडली में सप्तम भाव से जुड़ा कोई दोष हो तो वैवाहिक जीवन में भी परेशानियां रहती हैं। यहां कुंडली के ऐसे ही कुछ दोष –

 

  1. यदि लड़के या लड़की की कुंडली के सप्तम भाव में शनि स्थित है तो वैवाहिक जीवन परेशानियों से भरा होता है सुख की कमी रहती है|
  2. कुंडली में किसी पाप गृह की सप्तम या अष्टम भाव पर दृष्टि हो या राहु, केतु या सूर्य सप्तम में हो तो पति-पत्नी के बिच विवाद होता रहता है|
  3. यदि पति-पत्नी की कुंडली में एक जैसी दशाएं चल रही हों या शनि के साढ़ेसाती चल रही हो तो इनके जीवनमे अशांति हो सकती है| ऐसी स्थिति में पति-पत्नी को धैर्य बनाये रखना चाहिए|
  4. शुक्र का गुरु की दशा का चलना या गुरु की दशा में शुक्र का चलना भी विवाद का कारण बन सकता है| इन परेशानियों से बचने के लिए सम्बंधित गृह दोष दूर करने ज्योतिषीय उपाय करना चाहिए|
  5. यदि सातवे भाव में मंगल है तो व्यक्ति जीवन साथी या सहयोगी के प्रति कठोर रहता है|

ये समस्त जानकारिया ज्योतिषीय शास्त्र के अनुसार है परंतु इनको अपनाने से पहले किसी ज्योतिषीय विशेषज्ञ की सलाह लेना आवश्यक है| आपकी कुंडली दिखा कर ही इन बताये प्रयोगों को करे|

अगर आप किसी भी बात से परेशान है एवं ज्योतिष से सम्बंधित जानकारी चाहते है तो संपर्क करे हमारे विशेषज्ञ पंडित जी से कॉल करे (Call Us) +91 9009444403 या हमे व्हाट्सएप्प (Whatsapp) पर सन्देश (Message) भेजे एवं निःशुल्क जानकारी प्राप्त करे|