किस तरह मन को एकाग्र करने के लिए करें इस मंत्र का उच्चारण

मंत्र एक ऐसा भाग जो हमेशा फलदायी होता है। हमारे शास्त्रों में कई सारे मंत्र उपस्थित है जिनका प्रयोग हम जप के लिए, पूजा करने के दौरान, हवन के दौरान इत्यादि स्थानों पर करते हैं। सभी मन्त्रों के अलग-अलग प्रभाव है। आज हम ऐसे ही कुछ मन्त्रों के बारे में जानेंगे जिसका प्रयोग हम यदि रोजाना करें तो ये हमारे एकाग्रता को बनाये रखने में और सफलता प्रदान करने में मदद करता है।

गायत्री मंत्र:

वेद माता अर्थात माँ गायत्री का मंत्र हमेशा साधक को सफलता प्रदान करता है। यह मंत्र मंत्रोच्चारण करने वाले को एकाग्रता बनाये रखने में मदद करता है। विद्यार्थी को पढाई करने के दौरान मन एकाग्र बनाये रखने के लिए 108 बार इस मंत्र का उच्चारण करना चाहिए। इस मंत्र का जप तीन समय करना उत्तम माना गया है। प्रथम समय- प्रातः काल(सूर्योदय से थोड़ी देर पहले), द्वितीय समय- दोपहर तथा तीसरा समय संध्या काल अर्थात सूर्यास्त के कुछ दूर पहले। इसके आलावा गायत्री मंत्र का जप करना हो तो हमेशा मौन रहकर या मानसिक तरीकों से इस मंत्र का जप करना चाहिए।

 

मंत्र:

ॐ भूर्भुवः स्वः
तत्सवितुर्वरेण्यं
भर्गो देवस्यः धीमहि
धियो यो नः प्रचोदयात्

 

फायदे:

गायत्री मंत्र के नियमित उच्चारण से:

१) आखों की रौशनी बढ़ती है।

२) मन शांत होता है।

३) ज्ञान की वृद्धि होती है।

४) त्वचा में चमकता आती है।

५)बी किसी भी काम में आ रही सारी रुकावटें ख़त्म होती है।