जानिए कैसे कुछ लोग कम मेहनत करने के बाद भी बन जाते है धनवान

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वर्तमान जगत में लोग सुबह से लेकर शाम तक मेहनत किये जा रहे है सिर्फ यह सोच कर की कुछ पैसे कमाए जाये ताकि परिवार का भरण पोषण हो सके तो कुछ लोग अमीर बनने और ढेर सारा पैसा कमाने की जद्दोजहद में दिन रात एक कर रहे है ताकि ऐशो आराम की जिंदगी जी सके| कुछ लोग मेहनत करके सफल हो रहे है तो कुछ लोग शॉर्टकट ढूढते रहते है पर ऐसा कोई शॉर्टकट है ही नहीं अगर आपको जीवन में सफल होना है पैसा प्राप्त करना है तो मेहनत करनी ही होगी|


हम अपने आस पास देखते है की कुछ लोग थोड़ी सी ही मेहनत करके सफल हो जाते है एवं बहुत सारा पैसा भी कमाते है और कुछ लोग दिन रात मेहनत करने के बाद भी धन इकट्ठा करने में अशमर्थ होते है कारन होता है उसकी कुंडली की गृह दशाएं| आपकी कुंडली में कुछ गृह होते है जो आपको बहुत ही जल्दी धनवान बनाते आइये हम आज जानते है कुंडली के उन योगो के बारे में|

 

कुंडली में धन से जुड़े कई योग बताए गए हैं, जिनसे मालूम हो जाता है कि व्यक्ति धनवान होगा या नहीं। इन योगों का अध्ययन करने पर व्यक्ति की आर्थिक स्थिति की जानकारी मिलती है। यहां जानिए कुछ ऐसे योग, जो व्यक्ति को बनाते हैं धनवान…

 

1.यदि धन भाव (दूसरा भाव) का स्वामी लग्न (प्रथम) भाव में हो और लग्न का स्वामी धन भाव में हो तो व्यक्ति बिना मेहनत किए ही धनवान हो जाता है।

2.कुंडली के द्वितीय भाव में मंगल और गुरु की युति हो तो धन के मामलों में लाभ मिलता है।

3.यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में लग्न भाव का स्वामी द्वितीय भाव में हो और द्वितीय भाव का स्वामी लाभ भाव (ग्याहरवां भाव) में हो तो धन लाभ होता है।

4.यदि कुंडली में चंद्र जिस भाव में है उससे तीसरे, छठे, दसवें या ग्यारहवें भाव में कोई शुभ ग्रह हो तो धन लाभ के योग बनते हैं।

5.कुंडली में पंचम भाव में चंद्र और मंगल हों एवं पंचम भाव पर शुक्र की दृष्टि हो तो व्यक्ति धनी होता है।

6.यदि कुंडली का 11वां भाव कर्क राशि का है और उसमें बुध-शनि स्थित हैं तो व्यक्ति महाधनी होता है।

7.गुरु ग्रह नवम भाव का स्वामी हो और अष्टम भाव में स्थित हो तो व्यक्ति धनी होता है।

8.यदि धन भाव यानी द्वितीय भाव का स्वामी लाभ भाव यानी 11वें भाव में हो तो व्यक्ति धनी होता है।

9.धनेश यानी द्वितीय भाव का स्वामी अष्टम भाव में हो और अष्टम भाव का स्वामी धन भाव में हो तो व्यक्ति को धन का सुख मिलता है।

10.धन भाव यानी दूसरे भाव का स्वामी और लाभ भाव यानी 11वें भाव का स्वामी केन्द्र में हो तो भी व्यक्ति को धन-लाभ होता है।

 

 

अगर आप जानना चाहते है की आपकी कुंडली में कोई ऐसा योग है जो आपको जल्दी धनवान बना सकता है या फिर क्या कारण है की आप इतनी मेहनत के बाद भी सफलता प्राप्त नहीं कर पा रहे है   तो सलाह लीजिए हमारे विषेशज्ञ पंडित जी से कॉल करें +91 73106549991 या  सन्देश (Message) भेज कर अपनी समस्या का समाधान पाए|