शनि के राशि परिवर्तन से होने वाले प्रभावों को अपने राशि नाम से जानिए, ये लाभदायक है या नुकसानदेह

शनि इस महीने २६ जनवरी को अपना स्थान परिवर्तन करके वृश्चिक राशि से धनु राशि में प्रवेश करेगा। धनु जिसका स्वामी गुरु है, जो शनि से समभाव रखते हैं। अगले 27 महीनों तक शनि के धनु राशि में रहने से सभी राशियों के ऊपर अलग-अलग प्रभाव पड़ेंगे। किस प्रकार हम अपने राशि नाम से जाने हम धनवान होंगे या कंगाल। आज हम ये जानेंगे।

 

* राशि अनुसार नाम हम सभी के कुंडली में होता है। इसलिए सबसे पहले अपने कुंडली में नाम के पहले अक्षर को देखें।

 

इसी दौरान २१ जून से २६ जून २०१७ तक शनि वक्री होने के कारण वृश्चिक में रहेगा। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार शनि और गुरु ये दो ग्रह हमेशा सबसे ज्यादा समय किसी राशि में रुकते है। शनि वैसे गुरु की राशि धनु में प्रवेश करेगा इसलिए इससे सभी राशियां काफी प्रभावित रहेगी।

 

राशि अनुसार नाम अक्षर:

 

मेष – चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ

वृष – ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो

मिथुन – का, की, कू, घ, ड, छ, के, को, हा

कर्क – ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो

सिंह – मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे

कन्या – टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो

तुला – रा, री, रु, रे, रो, ता, ती, तू, ते

वृश्चिक – तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू

धनु – ये, यो, भा, भी, भू, ध, फ, ढा, भे

मकर – भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी

कुंभ – गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा

मीन – दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची

 

१) मेष राशि:

शनि के राशि परिवर्तन से मेष राशि के लिए नवम शनि मतलब शनि की ढय्या ख़त्म हो जायेगा। इस राशि वालों के लिए अब समय सभी प्रकार से अनुकूल एवं स्वास्थ्य प्रदान करने वाला रहेगा। आलस्य की समाप्ति होगी। होने वाले धन और आय की बाधाएं समाप्त होगी अगर मेहनत किया गया है तो तरक्की तो निश्चित है। बेरोजगार वाले व्यक्ति को रोजगार मिलने की संभावनाएं बढ़ेगी।

उपाय:

इसके लिए श्री राम भक्त बजरंग बलि की पूजा अवश्य करें।

 

२) वृषभ राशि:

इस राशि वालों के लिए शनि अष्टम होगा जिससे शनि की ढय्या का प्रभाव इस राशि पे आने वाला है। इस राशि वालों को अब संभलकर रहने पड़ेगा। इसके लिए ध्यान रहे की आप कभी भी किसी भी विवाद में न पड़े। यदि वाहन को संचालित कर रहे हो तो ध्यान पूर्वक करें। यदि किसी काम में बहुत ज्यादा जोखिम है तो उस काम में सावधानी से काम करें। निवेश करना चाहते है तो उसके लिए भी अत्यधिक सावधानी रखें। उधर देने से बचें।

उपाय:

गणेश जी और हनुमान जी की नित्य दिन पूजा करें।

 

३) मिथुन राशि:

इस राशि से शनि की स्थिति सप्तम होगा। इसलिए इससे कोई भी बुरा प्रभाव नहीं होगा। इस राशि वालों के लिए ये समय सभी प्रकार से अनुकूल रहेगा एवं धन लाभ के साथ-साथ किसी बड़े मुसीबत से छुटकारा जरूर मिलेगा। कुछ योजना बना रहे है तो वो सफल जरूर होंगी। अगर कोई अविवाहित है तो आने वाले समय में उनका विवाह जल्दी होने वाला है।

उपाय:

बुजुर्गों का आदर करें। उनसे बदसुलूकी न करें। उन्हें कोई उपहार प्रदान करें।

 

४) कर्क राशि:

इस राशि वालों के लिए शनि षष्ठम स्थान पे रहेगा और मित्र रूप में साबित होगा। शनि इस राशि वालों को कई कार्यों में सम्मान दिलायेगा एवं कई कार्यों में उन्हें सक्षम बनाएगा। नौकरी के लिए अच्छे प्रस्ताव भी आने वाले है इस राशि वालों के लिए। और कोई काम चालू है तो समय भी तेजी आएगी। धन कमाने के नए स्त्रोत प्रदान होंगे। परिवार में ऐसे लोगों का वर्चस्व बढेगा। सभी बिगड़े कार्यों को पूरा करने का रास्ता प्राप्त होगा।

उपाय:

श्री गजानन की नित्य पूजा करें।

 

५) सिंह राशि:

इस राशि वालों के लिए अच्छी खबर है क्योंकि शनि की ढय्या समाप्त होने वाली है इस राशि वालों के लिए जो की २७ महीनों के बाद होने वाली है। शनि के इस प्रभाव के समाप्ति के कारण सभी लोगों को मानसिक शांति प्राप्त होगी और यदि स्वास्थ्य ख़राब है तो उसमें सुधर होगा। आलस्य की प्रवृत्ति ख़त्म होगी। रुके सारे कार्य में गति आने वाली है एवं आय के रास्तों में आ रहे साडी बाधाओं का भी नाश होगा इस राशि वालों का। यह समय सिंह राशि वालों के लिए सर्वोत्तम है।

उपाय:

बच्चों को प्यार करें। उनके बीच मिठाई का वितरण करें।

 

६) कन्या राशि:

इस राशि वालों के लिए शनि थोड़ा नुकसान दायक साबित होने वाला है। चतुर्थ शनि यानि की शनि का ढय्या शुरू होने जा रहा है इस राशि पे। ये ढय्या अगले २७ महीनों तक रहेगा इस राशि वालों के ऊपर। इसलिए इस राशि वालों को खुद को संभालना पड़ेगा। अपने क्रोध पे नियंत्रण करना पड़ेगा एवं पुरे होशों-हवाश में अपना काम करना पड़ेगा। ध्यान रहे जोश में आकर कोई भी काम न करें। जिद का त्याग करें। आय सम्बंधित समस्या आ सकती है। अगर बचत करने की कोशिश कर रहे है तो थोड़ी परेशानी होने वाली है।

उपाय:

नित्य दिन हनुमान जी की सेवा करें। इससे प्रभाव थोड़े काम हो जायेंगे।

 

७) तुला राशि:

सी राशि वालों के लिए शनि की साढ़ेसाती का प्रभाव समाप्त होने वाला है। इसलिए ये राशि वालों के लिए ये समय सबसे उत्तम साबित होने वाले हैं। कई सारे खुशी के मौके प्राप्त होने वाले हैं। जितने भी काम के प्रति समस्या है उनका अंत होने वाला है। शांति का अनुभव होने वाला है। घर-परिवार में सुख आएगा। घर-परिवार वालों के साथ समय व्यतीत करें। आय के स्त्रोत में लाभ प्राप्त होने वाला है। रुके कार्य में गति आने वाली है। नए माकन और वाहन की प्राप्ति हो सकती है।

उपाय:

श्री गणेश की पूजा करें। उन्हें दूर्वा चढ़ाएं।

 

८) वृश्चिक राशि:

इस राशि पे शनि के प्रभाव है जिससे ये राशि वाले कई दिनों से परेशानियों का सामना कर रहें है। लेकिन चिंतित होने की जरुरत नहीं है। अभी इस राशि वालों के ऊपर साढ़ेसाती बानी हुई है इसलिए थोड़ी परेशानी है लेकिन अच्छी बात ये है की ये उतरती हुई साढ़ेसाती है। इसलिए ये समय इस राशि वालों के लिए लाभकारी बनकर आया है। ये समय पिछली परेशानियों का अंत करेगा। एवं कई कार्य सुगमता पूर्वक संपन्न होंगे। साडी दिक्कतों का अन्त होगा।

उपाय:

हनुमत की उपासना जारी रखें। एवं सभी को आदर प्रदान करें।

 

९) धनु राशि:

इस राशि पे साढ़ेसाती का प्रभाव पहले से ही हैऔर अब शनि इस राशि में प्रवेश करने वाला है, इसलिए शनि की दूसरी ढय्या भी प्रारम्भ हने वाली है। इसलिए इस राशि वालों के लिए यह समय थोड़ा सावधानी पूर्वक रहने वाला है। इसके लिए इस राशि वालों को हमेशा विवादों को टालना चाहिए, अपने वाणी को सावधानी पूर्वक प्रयोग करें। किसी भी निवेश से दूर करें। कोई भी नए काम करने से पहले अनुभवी लोगों की सलाह जरूर लें एवं सावधानी बनाये रखें।

उपाय:

हर एक महीने कम-से-कम एक शनिवार को हनुमान जी को चोला जरूर चढ़ाएं।  

 

१०) मकर राशि:

इस राशि के लिए शनि द्वादश हो जायेगा और साढ़ेसाती का प्रभाव इस राशि पे प्रारम्भ हो चूका है। वैसे तो शनि इस राशि का स्वामी है लेकिन इस राशि वालों को संभल के रहना जरुरी है। jab तक कुछ ठोस आधार न रहे तबतक कोई भी माकन या गाड़ी को न खरीदें। कोई भी निवेश करते वक्त सावधानी रखें तथा व्यापर की स्वयं देखभाल करें।

उपाय:

हनुमान जी को प्रत्येक शनिवार तेल चढ़ाएं।

 

११) कुंभ राशि:

एकादश शनि एवं स्वयं राशि के स्वामी होने के कारण इस राशि वालों को भरपूर खुशियां मिलने वाली है। सभी रुके कार्य अच्छे से चलने लगेंगे। धन लाभ की प्राप्ति होने वाली है। इस समय राशि के लोगों को अच्छे कार्यों पे ध्यान देना चाहिए क्योंकि इस राशि पे साढ़ेसाती का प्रभाव २७ महीनों के बाद आने वाला है।

उपाय:

सभी छोटे- बड़ों का आदर-सम्मान करें एवं दान करें।

 

१२) मीन राशि:

राशि स्वामी की दृष्टि मंगल का गोचर एवं शनि के राशि परिवर्तन से किसी प्रकार का कोई भी नुकसान होने की संभावनाएं नहीं है। सभी योग अच्छे बने हुए है। परिवार से यदि कोई मतभेद है तो वो दूर होंगे। माँ से स्नेह प्राप्त होगा। संतान अनुकूल रहेंगें। यदि कोई मुकदमा है तो वो समाप्त होगा।

उपाय:

शिवलिंग पे हर एक सोमवार दूध का अभिषेक करें।

 

ये समस्त जानकारियां ज्योतिष  शास्त्र के अनुसार है|

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