रावण संहिता पड़ कर प्राप्त कीजिए कुबेर की कृपा ओर बनाइए अपनी सोने की लंका

आज हम रावण संहिता के बारे मे जानेंगे| रावण वैसे तो दुनिया का सबसे शक्तिशाली और राजा था| वो भगवान शिव का महानतम भक्त था| लेकिन हम सब लंकापति रावण को सबसे नकारात्मक किरदार के स्वरूप मे जानते हैं| इसलिए क्योंकि उसने माँ सीता का अपहरण किया था और जो उसके जीवन की सबसे बड़ी भूल साबित हुई| लेकिन वो एक महान ज्योतिष् शास्त्री और महान पंडित था|

सौरमंडल पे अधिपत्य:

      जब रावण का पुत्र मेघनाद अपने माँ के गर्भ मे था तब रावण ने सभी ग्रहों को ये आदेश दिया की सभी ग्रह एक निश्चित स्थिति मे रहें क्योंकि वो चाहता था की उसका पुत्र यशस्वी और महान योद्धा बने| सौरमंडल के सभी ग्रह उसके आदेशानुसार चलते थे| उसके आदेश के विरुद्ध कोई भी ग्रह अपने स्थान को बदलता नही था| लेकिन जब उसके पुत्र का जन्म होने वाला था तब सभी ग्रह तो रावण के आदेशानुसार ही चल रहें थे लेकिन उस समय शनि ग्रह ने अपने स्थिति को परिवर्तित कर लिया| जिस कारण वश उसका पुत्र यशस्वी और महान योद्धा तो बना लेकिन उसकी आयु बहुत कम हो गई|

 

रावण ने ज्योतिष् शास्त्र और खगोलविज्ञान मे महारथ हासिल की थी और wo साथ-साथ तंत्र शक्ति का बहुत बड़ा ज्ञाता था| उसने अपने ज्ञान को एक किताब मे संरक्षित किया जिसे उसने रावण संहिता के नाम दिया| जिसके सिद्धांतों को अगर आज उपयोग किया जाय तो हम अच्छे इंसान बन सकते हैं और ये हमारे भाग्य को चमका भी सकता हैं|

रावण संहिता के अनुसार कुछ तरीके हैं जिसके अनुसार आप अपना भाग्योदय कर सकते हैं:

धन प्राप्ति के उपाय:

१) अगर आप धन प्राप्त करने के इच्छुक है तो आपको प्रत्येक दिन प्रातः उठकर नित्य कर्मों से निवृत्त होकर, नदी या किसी भी जलाशय मे जाकर नहाना चाहिए| उसके बाद किसी शांत वातावरण मे स्थित वट वृक्ष के नीचे आसन पे बैठ कर रुद्राक्ष  की माला से ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं नम: ध्व: ध्व: स्वाहा मंत्र का जप करना चाहिए| इस मंत्र का जप लगातार 21 दिन करने से, आपके जीवन मे धन प्राप्ति के योग बनना शुरू हो  जातें हैं|

 

२)अगर आपको धन प्राप्ति मे कठिनाई हो रही है तो आप लगातार 40 दिनों तक ॐ सरस्वती ईश्वरी भगवती माता क्रां क्लीं श्रीं श्रीं मम धनं देहि फट् स्वाहा मंत्र का जाप करें इससे माँ लक्ष्मी बहुत प्रसन्न होती हैं| इस मंत्र का नियमित जप करने से कुछ दिनों के अंदर ही आपके धन प्राप्ति मे जो भी बाधाएँ आ रही हैं वो चले जाएँगे|

 

३) कोई भी शुभ अवसर जैसे अक्षय तृतीया, दीपावली, आदि त्यौहार के दिन मध्य रात्रि मे यह उपाय बहुत लाभदायक होगा| मध्य रात्रि मे कुमकुम के द्वारा ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं महालक्ष्मी, महासरस्वती ममगृहे आगच्छ-आगच्छ ह्रीं नम: एक थाली पे लिखें| लेकिन एक बात का सख़्त ध्यान रखें की  साथ-साथ एक रुद्राक्ष की माला से इस मंत्र का जप करें| इस मंत्र का जप १०८ बार करना चाहिए| अगर ये उपाय दीपावली के दिन किया जाय तो इसका विशेष लाभदायक होता है|

 

४) दीपावली के दिन:

  अगर आप चाहते हैं की आप के पास हर तरफ से धन की वर्षा हो तो आपको दीवाली के दिन रात मे ये उपाय हमेशा करना चाहिए| इस दिन आप पूरे विधि विधान के साथ माँ लक्ष्मी की आराधना करें| उसके अगले दिन प्रातः उठने के बाद और अपने विस्तार से उतरने से पहले आपको 108 बार ॐ नमो भगवती पद्म पदमावी ऊँ ह्रीं ऊँ ऊँ पूर्वाय दक्षिणाय उत्तराय आष पूरय सर्वजन वश्य कुरु कुरु स्वाहा मंत्र का जाप करना होगा| तदपश्चयात दसों दिशाओं मे फूक मारना होगा| इसके बाद आप पे माँ लक्ष्मी की कृपा बनी रहेगी|

 

५) धन कुबेर की कृपा:

 

  अगर आप चाहते हैं की आप पे कुबेर की कृपा बनी रहे तो रावण संहिता के अनुसार आपको  ॐ यक्षाय कुबेराय वैश्रवाणाय, धन धन्याधिपतये धन धान्य समृद्धि मे देहि दापय स्वाहा मंत्र का जप करें| इस मंत्र का जप करते वक्त धन लक्ष्मी कौड़ी का अपने पास रखना ना भूलें| इस मंत्र का जप नियमित रूप से तीन माह तक करें| जिसके बाद उस धन लक्ष्मी कौड़ी को अपने तिजोरी मे रख दें|

 

समाज मे आकर्षण और रुतबा:

  यदि आप चाहते हैं की आपकी इज़्ज़त, रुतबा और पहचान पूरे समाज और आपके ऑफीस मे बनी रहे तो रावण संहिता के अनुसार अगर आप  ये ४ उपाय करेंगे तो आपका आकर्षण, रुतबा और इज़्ज़त ज़रूर बढ़ेगी|

१) बिजौरा नींबू या बिल्व पत्र को बकरी के दूध के साथ पीसकर अपने माथे पे लगा के बाहर निकलने से पहचान बढ़ेगी|

२) अपामार्ग के बीज को यदि बकरी के दूध के साथ मिला के माथे पे लगाने से आपको समाज मे इज़्ज़त मिलेगा और रुतबा बढ़ेगी| लोग आपकी बातें ध्यान से सुनेंगे और मानेंगे भी|

३) अगर आप अपना उन्नति चाहते हैं और चाहते हैं की आपका वर्चस्व बढ़े तो इसके लिए आपको गाय के दूध मे सफेद आंकड़े के सूखे फूल को एक साथ मिलकर लेप बना ले और उसके बाद अपने माथे पे लगा लें, इससे आपका वर्चस्व बढ़ेगा|

४) दूर्वा घास को हमारे संस्कृति मे बहुत पवित्र माना गया है| ये एक प्रकार का चमत्कारी पौधा है जिसके द्वारा बहुत सारे लाभ मिलते हैं| अगर दूर्वा घास को गाय के दूध के साथ मिला के माथे पे लगाने से हर काम मे सफलता मिलती हैं|