शास्त्रों में सुखों के भी अनेक प्रकारों का उल्लेख है, जैसे

“पहला सुख निरोगी काया, दूज सुख घर में माया |

तीज सुख सूत आज्ञाकारी, चौथा सुख पतिव्रता नारी” ||…

आइये आगे जानते है इनके बारे में… Continue reading