एस्ट्रोलॉजी में रोग और उसके प्रभाव का विशद विवेचन किया जाता रहा है। मनुष्य को कब, किस प्रकार की बीमारी से जूझना पड़ सकता है, कब उसे मुक्ति मिलेगी अथवा मिल भी पाएगी या नहीं, रोगों की प्रकृति, बाल, वयस्क, या वृद्ध अवस्था में उसकी गंभीरता आदि ज्योतिष शास्त्र के प्रिय टॉपिक बने रहे हैं। Continue reading

