गंगा नदी का उल्लेख बड़े पैमाने पर वेद, पुराणों, महाकाव्यों रामायण और महाभारत में किया है|

राजा बलि एवं गंगा मा

भगवान विष्णु समय समय पर इस प्रथ्वि पर १० अवतारो है मे प्रकट होते रहे है| अलग अलग अवतारो मे वो हर बार दुष्ट पपियो से हमारी रक्षा करते आए है| इन्ही अवतारो मे से एक था ब्रम्हिन अवतार जिसमे वो बोने ब्रम्हन के रूप मे प्रथ्वि पर प्रकट हुए थे|
बलि चक्रवर्ती बहुत ही शक्तिशाली एवं धनवान राक्षस राजा था| साथ ही साथ वो भगवान विष्णु का बहुत बड़ा भक्त भी था| उसकी दिन पे दिन बढ़ती शक्ति को देखकर इंद्र देव भी घबराने लगे की कही उनकी स्वर्ग की सत्ता ना चली जाए| इंद्र भगवान विष्णु के पास मदद माँगने पहुच गये|

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