जानें इंडोनेशिया में स्थित विश्व के 5 हिन्दू मंदिरों के बारे में

हमारी भारतीय संस्कृति जितना हमारे भारत में प्रसिद्ध है, उतना ही ये पूरी दुनिया और खासतौर पे पूर्व एशिया के देश इंडोनेशिया में प्रसिद्ध है। इंडोनेशिया में हमारे हिन्दू परंपरा और मंदिर का खास महत्त्व है। इस स्थान पे कई भव्य और सुन्दर मंदिर इस बात को दर्शाते हैं। यहाँ बने देव-देवताओं के मंदिर इतने सुन्दर है की इसकी गणना दुनिया के सबसे सुन्दर मंदिरों में की जाती है। आज हम उन्हीं मंदिरों के बारे में जानेंगे की क्यों उन्हें सुन्दर और खास माना गया है।

१) सरस्वती मंदिर:

माँ सरस्वती को समर्पित यह मंदिर बाली के उबुद में स्थित है, जिसे पुरा तमन सरस्वती मंदिर के नाम से जाना जाता है। माँ सरस्वती को हमारे धर्म में विद्या, ज्ञान तथा संगीत की देवी के रूप में पूजा जाता है। इस स्थान पर स्थित माँ सरस्वती की पूजा ज्ञान और विद्या की देवी के रूप में की जाती है। इस स्थान पर एक सुन्दर कुंड स्थित है, जो इस मंदिर के मुख्य आकर्षण है। इस मंदिर में प्रत्येक दिन संगीत के कार्यक्रम होते है।

२) पुरा बेसकिह मंदिर:

यह मंदिर बाली द्वीप के माउंट अगुंग में स्थित है। इसे बाली का सबसे बड़ा और पवित्र मंदिर माना जाता है, जो की बाली मंदिर की श्रृंखला में शामिल किया गया है। इसे 1995 में विश्व धरोहर घोषित किया गया यूनेस्को के द्वारा। इस मंदिर में कई देवी-देवताओं की सुन्दर मूर्तियां स्थित है।

३) तनह लोट मंदिर:

यह मंदिर बाली में स्थित है जो की एक विशाल चट्टान पर बना हुआ है। यह मंदिर श्री हरी विष्णु को समर्पित है। ये अपनी प्राकृतिक सुंदरता के लिए प्रसिद्ध है जो की 16 वीं सदी में निर्मित बताया जाता है। यह मंदिर यहाँ स्थित हिन्दुओं के लिए काफी महत्त्व रखता है।

४) शिव मंदिर:

यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित है, जिसे 13वीं सदी में पूर्वी जावा के सिंगोसरी में बनाया गया था। इसे सिंघसरी शिव मंदिर के नाम से जाना जाता है। यह मंदिर अपनी भव्यता के लिए पूरी दुनिया में मशहूर है। इस मंदिर में भगवान शिव की एक विशाल प्रतिमा है। यहाँ प्रत्येक दिन बड़ी संख्या में भक्त आते हैं।

५) प्रम्बनन मंदिर:

यह मंदिर मध्य जावा में स्थित है, जो की इंडोनेशिया के सबसे विशाल हिन्दू मंदिर है। यह मुख्यता त्रिदेवों( भगवान ब्रह्म देव, विष्णु देव तथा शिव) को समर्पित है। यह मंदिर भी यूनेस्को की विश्व धरोहर में शामिल है। यह मंदिर त्रिदेवों के साथ-साथ उनके वाहनों के लिए भी प्रसिद्ध है।